| 1. | पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा एक दीर्घ वृत्त में करती है।
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| 2. | छटवीं सदी ई. पू. के जैन ग्रंथों जैसे सूर्य प्रज्ञाप्ति में दीर्घ वृत्त का विवरण दिया गया है।
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| 3. | छटवीं सदी ई. पू. के जैन ग्रंथों जैसे सूर्य प्रज्ञाप्ति में दीर्घ वृत्त का विवरण दिया गया है।
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| 4. | छटवीं सदी ई. पू. के जैन ग्रंथों जैसे सूर्य प्रज्ञाप्ति में दीर्घ वृत्त का विवरण दिया गया है।
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| 5. | एक प्रतल में x, y के प्रयोग से, पृथ्वी की कक्षा एक दीर्घ वृत्त के जैसे प्रतीत होती है।
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| 6. | अंतराल में पृथ्वी की कक्षा दीर्घ वृत्त (Ellpise) के जैसी है लेकिन काल-अंतराल में पृथ्वी की विश्व रेखा हेलिक्स के जैसी है।
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